By Shikha Yadav Last Updated:
बॉलीवुड अभिनेता और राज कपूर (Raj Kapoor) के सबसे छोटे बेटे राजीव कपूर अब इस दुनिया में नहीं रहे। 9 फरवरी 2021 को उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। मात्र 58 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। राजीव कपूर (Rajiv Kapoor) फिल्म इंडस्ट्री के एक जाने-माने अभिनेता थे। हालांकि, उन्होंने ज्यादा फिल्मों में काम तो नहीं किया था, लेकिन वे अपनी पहचान बतौर हीरो स्थापित करने में सफल रहे थे। राजीव कपूर फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ के लिए आज भी याद किये जाते हैं। उनकी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही थी, और इस फिल्म के बाद वे काफी चर्चा में आ गए थे। राजीव कपूर का करियर फिल्म इंडस्ट्री में काफी छोटा रहा। कपूर खानदान से आने के बावजूद वे अपने भाइयों की तरह कामयाब नहीं हो पाए थे। उनकी पहली फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन इसके बाद उनका करियर कुछ खास नहीं चला था।
राजीव कपूर को उनके घरवाले प्यार से ‘चिंपू’ बुलाया करते थे। एक दो फिल्मों में काम करने के बाद राजीव कपूर का करियर लगभग समाप्त हो गया था, जिसके बाद उन्होंने डायरेक्शन और प्रोडक्शन में भी हाथ आजमाया। साल 2001 में उन्होंने आर्किटेक्ट आरती सबरवाल (Aarti Sabarwal) से शादी की थी, लेकिन दुख की बात यह रही कि, उनकी शादी ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई थी और शादी के केवल 2 साल बाद ही उनका तलाक हो गया था। अपने एक इंटरव्यू में राजीव कपूर ने बताया था कि, एक्टिंग करियर सफल नहीं होने पर उन्होंने क्या-क्या किया था। राजीव कपूर ने कहा था, “एक्टिंग की दुकान बंद होने पर मैंने डायरेक्शन और प्रोडक्शन में हाथ आजमाया। मैंने 1996 में डायरेक्शन ट्राई किया। बतौर डायरेक्टर मेरी पहली फिल्म ‘प्रेमग्रंथ’ थी। यह राज कपूर स्टाइल की फिल्म थी, जिसमें गरीब देसी हीरोइन, रेप एंड ऑल होता है। इस फिल्म में मेन लीड में चिंटू भैया (ऋषि कपूर) और माधुरी दीक्षित थे”। (ये भी पढ़ें: रुबीना दिलैक और अविनाश सचदेव की लव स्टोरी का हुआ था दुखद अंत, जानें क्या थी ब्रेकअप की वजह)
अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा था, “फिल्म के कुछ गाने तो हिट हुए, मगर फिल्म फ्लॉप हो गई। 1999 में मैंने फिर प्रोडक्शन का जिम्मा लिया। यह भी आरके बैनर के लिए ही था। इस बार मैंने अक्षय खन्ना, ऐश्वर्या राय, राजेश खन्ना को लेकर ‘आ अब लौट चलें’ फिल्म बनाई। इस फिल्म के भी गाने हिट हुए, लेकिन फिल्म फ्लॉप हो गई। आरके बैनर इसके बाद से शांत है। आरके की लास्ट फिल्म के 2 साल बाद मैंने आरती सबरवाल से शादी कर ली। वो पेशे से एक आर्किटेक्ट थीं। पर हमारी कुछ ख़ास पटी नहीं। हमारा दो साल में ही तलाक हो गया। तब से मैं सिंगल हूं और हमारे बच्चे भी नहीं हैं। आजकल मुंबई में ही रहता हूं”। (ये भी पढ़ें: गहरे अफसोस में जी रहे थे ऋषि कपूर, इंटरव्यू में बेटे रणबीर कपूर के लिए कही थी ये बात)
आरती सबरवाल से तलाक के बाद राजीव कपूर का नाम बॉलीवुड की कई अभिनेत्रियों जैसे दिव्या रानी, नगमा के साथ जुड़ा था, लेकिन उन्होंने इन सबको केवल अफवाह करार दिया था। आरती से तलाक के बाद राजीव कपूर ने दोबारा शादी नहीं की थी। बात करें राजीव कपूर के फिल्मी करियर की तो, उन्होंने अपने पिता राज कपूर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘राम तेरी गंगा’ मैली से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। यह फिल्म साल 1985 में आई थी। इसके बाद वे ‘आसमान’, ‘मेरा साथी’, ‘लावा’, ‘जबरदस्त’, ‘लवर बॉय’, ‘अंगारे’, ‘प्रीति’, ‘जलजला’, ‘हम तो चले परदेश’, ‘शुक्रिया’, ‘नाग नागिन’ जैसी फिल्मों में नजर आए, लेकिन दर्शकों पर अपना जादू बिखेरने में नाकामयाब रहे। उनकी आखिरी फिल्म साल 1990 में आई ‘जिम्मेदार’ थी। इसके बाद से वे फिल्म डायरेक्ट और प्रोड्यूस करने लगे थे। राजीव कपूर ने सबसे पहले 1991 में आई फिल्म ‘हिना’ को प्रोड्यूस किया था। इसके बाद 1996 में आई फिल्म ‘प्रेमग्रंथ’ और 1999 में आई ‘आ अब लौट चलें’ के प्रोड्यूसर भी राजीव कपूर ही थे। इसके बाद वे फिल्म इंडस्ट्री से दूर हो गए थे। (ये भी पढ़ें: बेटी की 'विदाई' करना क्यों होता है सबसे भावुक पल, अमिताभ-श्वेता की इस फोटो को देखकर समझ जाएंगे )
भले ही राजीव कपूर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह नहीं बना पाए हों, लेकिन कुछ फिल्मों के जरिये लोगों के दिलों में अपनी छाप छोड़ने में जरूर कामयाब हुए। आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट करके बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सुझाव हो तो हमें अवश्य दें।